मंगलवार, 21 अगस्त 2018

तेरी सांसो को अपने जीने का सहारा बना लिया
तेरी यादो को तुझे भूलने का अफसाना बना लिया
ना  जाने कंहाँ गुम  सी हो गई अपनी जिंदगी
तेरी आहटों को तुझसे दूर रहने का रास्ता बना लिया
जो  गाए थे  साथ  तेरे गीत  वो अनसुने 
तेरी मुस्कराहट को भूलने का तराना बना लिया 
करते जो भी नजरों से इशारों में  बाते 
तेरी नजरों की गहराई को समंदर का किनारा बन लिया 
सुना है तेरी खूबसूरती के हजारो किस्से 
उन्ही बातों को महफ़िल का शायराना बना लिया 
मालूम है आज भी मुझे मोहब्बत का तेरा ठिकाना 
मगर ऐ आशिकी तुझे सदियों पुराना बना लिया 

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